आरती कीजै हनुमान लला की, हनुमान जयंती /HANUMAN JAYNTI; full aarti

आरती कीजै हनुमान लला की x Shukla Purnima of Chaitra is celebrated as the birth anniversary of Sankatmochan Hanuman ji/ संकटमोचन हनुमान जी, who defeats all the woes of Kali Yuga. This time Hanuman Jayanti will be especially fruitful due to the special coincidence of full moon and Friday.

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हनुमान आरती: आरती कीजै हनुमान लला की


आरति कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।

 


जाके बल से गिरिवर कांपै।
रोग - दोष जाके निकट न झांपै।।

 


अंजनी पुत्र महा बलदाई।
सन्तन के प्रेम सदा सहाई।।

 

दे बीरा रघुनाथ पठाये।
लंका जारि सिया सुधि लाये।।

 


लंका सो कोट समुद्र सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई।।
लंक जारि असुर संहारे।
सिया रामजी के काज संवारे।।

 


लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आनि सजीवन प्रान उबारे।।

 


पैठि पताल तोरि जम - कारे।
अहिरावन की भुजा उखारे।।

 


बायें भुजा असुर दल मारे।
दहिने भुजा सन्तजन तारे।। 

 


सुर नर मुनि आरती उतारे।
जै जै जै हनुमान उचारे।।

 

कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई।।

 


2022 में रक्षाबंधन कब है?,जाने शुभ महूर्त


जो हनुमान जी की आरती गावै।
बसि बैकुंठ परम पद पावै।।

 


लंक विध्वंस किये रघुराई।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई।।

 


आरति कीजै हनुमान लला की। 
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।


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